दोस्तों एक दशक पहले 2 wheeler segment में घुसना Mahindra की गलती थी. ये बयान किसी और ने नहीं बल्कि 2019 में खुद Mahindra Group के chairman आनंद महिंद्रा ने दिया था और इसे verify करने के लिए आपको कोई आंकड़े देखने की ज़रूरत नहीं है. अगर आप महिंद्रा के employee नहीं रहे हैं तो हमें guarantee के साथ कह सकते हैं कि आप महिंद्रा की दो bike के नाम पर नहीं बता सकते बहुत से लोगों को तो आज पहली बार पता चल रहा होगा कि महिंद्रा 2 wheeler segment में भी हुआ करती थी.आइए आज महिंद्रा के इन failures पर बात करते हैं और कैसे महिंद्रा ने इन failures को वापस success में बदला वह कहानी जानते हैं?
देखिए महिंद्रा की journey को अगर आप short में समझना चाहें तो उन्होंने 2008 में अपनी शुरुआत की थी जो इसके बाद उन्होंने कई scooters और Bikes को launch किया लेकिन कोई भी indian customers को अपनी तरफ attract नहीं कर पाया और हालात ये हो गई थी कि market में enter करने के 10 बाद यानि 2018 में महिंद्रा ने सिर्फ 4004 Two wheeler ही बेच रहे थे जबकि ऐसे में बाकी company साल में लाखों bikes बेच रही थी और तभी 2020 में महिंद्रा ने आपने 2 wheeler business को एक तरह से बंद कर दिया था. मज़ेदार बात तो यह है कि महिंद्रा आज भी India के 2 wheeler market में exist करती है और उन्होंने JAVA, YEZDI और BSA जैसे legendary international motorcycle Brands को खरीद कर एक बार फिर से review किया और आज वो फिर से profitable है.
आइये जानते हैं की Mahindra ने यह सब कैसे किया
अब आते हैं इस पर कि महिंद्रा ने यह कैसे किया? देखिए जब 2008 में Mahindra ने 2 wheeler segment में entry की थी तब उन्हें इस segment के बारे में बिल्कुल भी idea नहीं था क्योंकि वो तो cars बनाए करते थे. ऐसे में उन्होंने SYM नाम का एक Brand के साथ tie up कर लिया और अपने खुद के 2 wheelers develop करने शुरू कर दिए. इस समय उन्होंने एक Italian engineering firm माला गोटी की भी मदद ली थी और आखिर में 2008 में उन्होंने FLYTTE Scooter नाम का एक 4 stock automatic scooter launch कर दिया था और इसके बाद इन्होंने इस STALIO Bike के नाम से भी एक motorcycle launch की थी 2012 में उन्होंने radio नाम का एक scooter launch किया और फिर trend को आगे जा रखते हुए DURO और KINE को भी launch कर दिया था लेकिन महिंद्रा के साथ परेशानी यह थी कि इनमें से कोई भी अच्छी sales नहीं generate कर पा रहा था और जैसे ही वह नया कुछ launch करते थे उन्हें अपने पुराने models को discontinue करना पड़ता था. वही BAJAJ जैसी successful companies को आपने देखा ही होगा कि वो अपनी PULSER, PLATTINAऔर DISCOVER जैसी motorcycle के नए variant निकालते रहते थे लेकिन उनका नाम change नहीं करते थे क्योंकि उनकी एक brand value establish हो चुकी है.
महिंद्रा को हम देखें तो 2010 में उन्होंने अपनी STALIO bike launch की थी और 2012 में उसे बंद भी कर दिया. फिर उन्होंने 2013 में PANTERO launch की थी लेकिन 2015 में उन्होंने उसे भी बंद कर दिया और फिर 2020 तक उन्होंने अपनी CENTURO नाम की motorcycle से भी market में पहचान बनाए रखी
scooters की भी बात करें तो उन्होंने अपने सारे scooters को बंद करके आखिर में MAHINDRA GUSTTO को launch किया था और premium segment में भी उनकी एक ही bike थी जिसे MAHINDRA MOJO कहते थे और ये उन्होंने मारागुट्टी के design पर base की थी जिसका Engin एक chinese company ने design किया था
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आखिर Mahindra को क्यूँ Indian market ने कभी accept नहीं किया?
अगर आप इसके technical reasons ढूंढना चाहे तो यह कह सकते हैं कि यह bike ज़्यादा reliable नहीं थे जिस वजह से trust कभी build नहीं हो पाया लेकिन अगर उन्हें Business stand point से देखें तो इसके कई और कारण भी रहे. सबसे पहले तो जैसा आनंद महिंद्रा ने कहा कि उनका इस market में घुसना ही एक बड़ी गलती थी क्योंकि Mahindra Commuter segment के लिए bike बना रही थी यानी उन लोगों के लिए जो इन bikes और scooters का इस्तेमाल रोज़ काम पर जाने के लिए घर का काम करने के लिए करने वाले थे लेकिन 2008 तक India में इस segment में बहुत सारे Brands ने बहुत सारी variety पहले से ही offer कर रखी थी. फिर वो BAJAJ हो, TVS हो या फिर Japanese brand उन्होंने इस market में बहुत पहले से क़ब्ज़ा किया हुआ था क्योंकि भारत उस समय भी और आज भी दुनिया का सबसे बड़ा 2 wheeler market था और ऐसे में महिंद्रा के लिए यहां पर Compete करना बहुत मुश्किल था क्योंकि महिंद्रा के पास offer करने के लिए कुछ भी नया नहीं था. यही वजह है कि महिंद्रा ने अब जब 2 wheeler में दोबारा entry की है तो अब वह Commuter segment को target ही नहीं कर रहे हैं. अब उन लोगों को 2 wheelers बेचने की कोशिश कर रहे हैं जिन्हें Riding से प्यार है और उन्हें अच्छी bike का शौक है यही वजह है कि उन्होंने 2016 में classic Legends private limited नाम की एक company में 60% percent के stakes सिर्फ 6 करोड़ रुपए में खरीद लिए यह company अनुपम थरेजा ने शुरू की थी जो इससे पहले Royal Enfield के revival में सिद्धार्थ लाल के साथ काम कर चुके थे.अनुपम को JAWA, YEZDI और BSF जैसे classic motorcycle plans को दोबारा Indian markets में reintroduce करना था और यह idea आनंद महिंद्रा को काफी पसंद आया.
मुमकिन है दोस्तों कि अगर आपको bikes का शौक नहीं है तो आप इन classic Brands के नाम शायद पहले ना सुना हो. मिसाल के तौर पर Jawa एक track brand है जो 1929 में शुरू हुआ था और यह 1960 के दशक में भारत में ही ideal JAWA के नाम से introduce किया गया था. इसके बाद इसका 1973 में YEZDI ही कर दिया गया. और उस समय के motorcycle lovers के बीच में ये brand काफी popular हो गया था, लेकिन 1996 में जब liberalization के बाद भारत में भी Japanese companies ने आकर market को पूरी तरह से disturb कर दिया था तो इसे बंद कर दिया गया और 2018 में अब Mahindra ने revive किया है. Mahindra ने India के अलावा बाकी Asian countries में भी इस bike को बेचने के rights खरीद लिए और इसके engine की r and d पर पैसा खर्च करने की बजाय उन्होंने MAHINDRA MOJO का ही engine इसमें reuse किया है इसके कारण उनकी काफी cost बच गई और क्योंकि engine काफी scalable भी था इसलिए जब चाहे इसके size और power को भी पढ़ाया जा सके जाता है.
Java की ही classic look पर based design के साथ. फिर PERAK नाम से एक bike को launch किया गया और इसने अच्छा perform करना शुरू कर दिया. YEZDI के लिए महिंद्रा ने तीन अलग अलग variants को launch किया जो की थे SCRAMBLER, ADVENTURE और एक touring bike और इनमें भी same engine का ही इस्तेमाल हुआ है अब JAWA और YEZDI वाली Bikes तो महिंद्रा सिर्फ भारत और कुछ बाकी Asian देशों में ही बेच सकता है लेकिन BSA एक British brand था और महिंद्रा ने इसके full rights खरीद लिए थे तो इस वजह से महिंद्रा का plan इन्हें US और UK में बेचने का भी है. यह Brands एक समय में दुनिया भर में काफी popular हुआ करता था. Mahindra ने इसकी quality को maintain करते हुए इसके लिए 600 CC का single cylindor engine develop किया और इसके looks को भी classic design पर based रखा जब इस bike को reintroduce किया गया था तब दुनिया भर के कई bike इसकी बात करने लगे थे क्योंकि जिन्होंने अपने समय में इन bikes को चलाया है जो भी इन motor cycles की history से वाकिफ हैं उनके लिए बहुत बड़ी बात थी कि अब वो दोबारा से इन bikes को ride कर सकते हैं.
अगर आप Mahindra की success को देखेंगे पर चाहे वो किसी भी segment में रही हो तो उसका कारण यही है कि वो इस तरह के product बनाते हैं जो कि सबको नहीं चाहिए होते बल्कि वो ऐसे products होते हैं जिनके customers limited होते हैं और फिर इस limited market में ही वो best बनते हैं इस समय महिंद्रा की अगर आप cars को देखें तो उनके पास एक भी ऐसी car नहीं है जो swift desire से compete करे क्योंकि Mahindra SUVs ही बेचता है और इस segment में उनसे अच्छी SUVs को यही बनाता है. International market में फिर चाहे वह US हो या फिर Australia, महिंद्रा ने सिर्फ अपनी SUVs को ही launch किया है लेकिन इस product पर focus करके वह उसे उतना बेहतर बना देते हैं कि उनका मुकाबला करना मुश्किल हो जाता है Mahindra 2 wheelers के business में घुसा था तब उन्होंने यही गलती की थी कि वह अपनी इस strategy को भूल गए और scooters भी बनाने लगे छोटी मोटी cycles भी बनाने लगी और फिर premium segment में भी उन्होंने अपनी महिंद्रा मोजो launch कर दी.
Mahindra ने अपनी गलतियों से सीख के किया बड़ा धमाका
आज Mahindra ने अपनी strategy बदली है और वह अब सिर्फ और सिर्फ premium segment को ही target कर रहे हैं. जहां 2018 में उनकी sales गिरकर सिर्फ 404 motorcycle तक आ गई थी. नहीं अब java motor cycle को launch करके उनकी annual sales 50 हज़ार motorcycle तक पहुंच गई है और अभी तो उन्होंने YEZDI और PSA को sell करना शुरू नहीं किया है. अब Mahindra फिर से अपने आप को market में reposition कर रहा है और एक premium segment plan की तरह खुद को establish कर रहा है. आने वाले समय में आपको महिंद्रा, Royal Enfield, harley davidson,KTM और दूसरी bike से ही compete करता हुआ नज़र आ जाएगा ना कि Splendor और Platina जैसी bikes से इससे महिंद्रा को international market में भी Entry मिलेगी जहां पर लोगों की purchasing power भी ज़्यादा है और developed countries में लोग motorcycle को travel करने के लिए नहीं, शौक के लिए चलाते हैं. खैर आपको क्या लगता है कि क्या इस नई strategy से महिंद्रा खुद को एक global player की तरह establish कर पाएगा और क्या अभी तक आपने महिंद्रा की कोई bike चलाई है? आपका Experience कैसा रहा हमें कमेंट में लिख कर ज़रूर बताएं उम्मीद है आपको आज के इस आर्मेंटिकल में काफी कुछ नया मिला होगा अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है तो आर्टिकल को शेयर जरुर करें
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