e-SIM VS SIM Card अब आपके फ़ोन में SIM Card की कोई ज़रूरत नहीं क्योंकि इसकी जगह अब ले रहे हैं e-SIM यह SIM टोटली इनविजिबल है. यह नया SIM आपके फ़ोन में होते हुए भी नहीं होगा और बहुत ही जल्द अब सभी फ़ोन में यह e-SIM compulsory होने वाला है. क्योंकि कई टेलीकॉम कम्पनीज ने सरकार से निवेदन की है कि इन e-SIM को हर एक मोबाइल फ़ोन में दिया जाय जो फ़ोन दस हजार रुपये से महंगे है उनमें e-SIM compulsory कर देना चाहिए| क्योंकि ये एक नई क्रांतिकारी टेक्नोलॉजी है और इसमें जनता का ही फ़ायदा होने वाला है और फ़ायदा भी सिर्फ मोबाइल फ़ोन में ही नहीं बल्कि यही e-SIM आप अपनी कार से लेकर अपने घर के इलेक्ट्रिसिटी मीटर तक इन्हें हर जगह पर यूज़ कर पाओगे|
e-SIM VS SIM Card से मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कम्पनीज क्यों परेशान?
e-SIM VS SIM Card मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग कम्पनीज इसीलिए परेशान है क्योकि उनका कहना है कि यह e-SIM टेक्नोलॉजी एक स्कैम है. इसका पूरा फ़ायदा होने वाला है सिर्फ और सिर्फ टेलीकॉम कम्पनीज को और जनता का तो इससे सिर्फ घाटा होने वाला है. उनके हिसाब से अगर ये क्रांतिकारी टेक्नोलॉजी कंपल्सरी हो गई, तो मोबाइल फ़ोन के दाम एकदम से बढ़ जाएंगे तो आखिर e-SIM से हमारी लाइफ इजी कैसे होगी या e-SIM हमारे समस्या को और ज़्यादा बढ़ा देगा. वैसे टेलिकॉम कंपनी का कहना यह भी है की इससे क्राइम कंट्रोल हो सकता है चलो सब कुछ डिटेल में समझते हैं|
e-SIM VS SIM Card में e-SIM आखिर है क्या?
e-SIM VS SIM Card में e-SIM आखिर इतनी तारीफ क्यों की जा रही है आइये जानने कि प्रयास करते है e-SIM एक्साक्ट्ली है क्या? e-SIM बेसिक लेवल पर एक New SIM टेक्नोलॉजी है जिसके आने के बाद शायद आपके फ़ोन में SIM card लगाने वाली जगह ही ख़तम कर दिया जाएगा क्योंकि देखो Normal case में क्या होता है की हम अपने SIM card को फ़ोन के ट्रे में डालते हैं
लेकिन e-SIM के case में ये SIM card खुद ही फ़ोन के हार्डवेयर में पहले से इंस्टॉल रहेंगे यानी कि फ़ोन का ही एक पार्ट रहेगा। अब आप सब के मन में ये सवाल आ रहा होगा की किस मोबाइल कंपनी मैन्युफैक्चर्ड के हार्डवेयर में किस कंपनी का नंबर चलेगा? तो देखो इसके पीछे का टेक्नॉलजी काफी अद्भुत रूप से डिज़ाइन है. Electronic SIM या Embedded SIM जिसे हम e-SIM कहते हैं. इसके नाम के मुताबिक ये SIM, एलेक्ट्रोनिक्ली ऑपरेट होगा. बस आपको Service Provider का ऐप्प डाउनलोड करना है और आपका SIM card activate हो जाएगा। और इससे सिम खोने का या चोरी होने का झंझट भी ख़तम हो जाएगा।
e-SIM VS SIM Card में e-SIM वजह से क्यों आने वाली क्रान्ति ?
e-SIM VS SIM Card में e-SIM वजह से क्यों आने वाली क्रान्ति अब यह कैसे होगा इसका डिटेल्ड और काफी इंटरेस्टिंग प्रोसीजर मैं आपको बताने वाला हूँ लेकिन सबसे पहले हम टेलीकॉम कम्पनीज के big and bold दावे पर जरा गौर कर लेते हैं कि क्यों उनके हिसाब से यह e SIM क्रांति लाने वाला है? सबसे पहला दावा है जिसमें Airtel के CEO, विट्ठल जी ने यह खुलेआम कहा है की
इस इससे फ़ोन्स की चोरी होना कम हो जाएगा क्योंकि आपके चोरी हुए फ़ोन्स आसानी ट्रैक हो पाएंगे. तो सामान्यतः फ़ोन चोरी होने के बाद, चोर सब से पहले SIM card निकाल के फ़ेंक देता है जिससे खोए हुए फ़ोन को ट्रैक करना लगभग नामुमकिन हो जाता है, लेकिन e-SIM वाले फ़ोन्स में वो ऐसा नहीं कर पाएंगे क्योंकि e-SIM तो फ़ोन के Mother Board का ही एक Integrated हिस्सा है. जिस वजह से इन फ़ोन्स को ट्रैक करना एकदम आसान हो जाएगा. फिर दूसरा बड़ा फीचर यह हो होगा कि e-SIM से मोबाइल में multiple सिम्स लग सकते हैं. मतलब एक फ़ोन में आपकी मर्ज़ी जितने चाहे उतने नंबर्स इस्तेमाल कर लो और इससे आप सरकार के एकदम कट्रोल में हो जाएंगे और ,इससे क्राइम काम होगा। धन्यवाद !
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