एक चीज कयामत भी है लोगों से सुना करते थे तुम्हें देख के मैंने जाना वो ठीक कहा करते थे 1964 में आए शम्मी कपूर के गाने जांद सा रोशन चेहरा की यह लाइन आपने सुनी होगी कईियों ने अपने प्रेमी प्रेमिका के लिए शायद इसे इस्तेमाल भी किया होगा लेकिन हमें यह लाइन याद आ रही है की है कयामत वाली एक घड़ी को देखकर नाम है जिसका डूम्सडे क्लॉक- Doomsday Clock ने बताया क़यामत के दिन | अब आपके मन में यहां पर दो सवाल अचरच पैदा कर रहे होंगे पहला ये कयामत का दिन प्रेडिक्ट करने वाली घड़ी की टेक्नोलॉजी कहां से आई? दूसरा अगर कयामत का समय पता चल गया तो आखिर वो समय कितना दूर है आइये सब कुछ जानने की कोशिश करते है।??
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Doomsday Clock ने बताया क़यामत के दिन – लेकिन ये क्लॉक बनी कैसे?
Doomsday Clock ने बताया क़यामत के दिन – लेकिन ये क्लॉक बनी कैसे? तो आपको बता दे की साल था 1945, अमेरिका ने एटम बॉम्ब बनाया, वही एटम बॉम्ब जिसने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में कुछ ही मिनटों में ऐसी तबाही मचाई जो कभी किसी ह्यूमन मेड काम से नहीं मची वही बॉम जिसको बनाने के बाद ओपनहाइमर ने श्रीमद भगवत गीता कोट करके कहा नाउ आई हैव बिकम डेट डिस्ट्रॉयर्स ऑफ़ वर्ल्ड्स वही एटम बॉम्ब जिसने अमेरिका को सुपर पावर बना दिया और दुनिया में कोल्ड वॉर की शुरुआत हुई कई देश एटम बॉम्ब बनाने की होड़ में लग गए एक साल में ही पूरी दुनिया का सिर्फ पावर स्ट्रक्चर ही नहीं बदला इसके साथ ही के एग्जिस्टेंस पर भी एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया, क्यों? इसके दो कारण है,
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पहला, दुनिया के सारे शक्तिशाली देश इस बॉम को बनाने की होड़ में लग गए, दूसरा, विश्व राजनीति में बन रहे ध्रुव संकेत दे रहे थे कि तीसरा विश्व युद्ध अब दूर नहीं है, अल्बर्ट आइनस्टाइन, जे रॉबर्ट ओपनहाइमर और मैनहाटन प्रोजेक्ट के अन्य वैज्ञानिकों ने 1945 में एक ऑर्गेनाइजेशन बनाई, एटॉमिक साइंटिस्ट्स ऑफ शिकागो, यह ऑर्गेनाइजेशन शिकागो यूनिवर्सिटी से जुड़ी है, ये साइंस से जुड़े मुद्दों पर मैगजीन भी निकालती है, बुलेटिन ऑफ दी एटॉमिक साइंटिस्ट, 1947 में इस ऑर्गेनाइजेशन ने ही डूम्सटे क्लॉक के आईडिया को सबसे पहले सामने रखा, आपको बता दें यह घड़ी एक सिंबोलिक टाइमर है, सिंबोलिक क्यों क्योंकि इस घड़ी का बताया टाइम एग्जैक्ट नहीं होता, इसके बताए समय से सिर्फ करंट सिचुएशन को इनफर किया जा सकता ।
Doomsday Clock ने बताया क़यामत के दिन-लेकिन किन कारणों से ??
Doomsday Clock ने बताया क़यामत के दिन-लेकिन किन कारणों से ?? तो आपको बता दे की डूम्सडे क्लॉक के मुताबिक दुनिया की तबाही में सिर्फ 90 सेकंड्स का वक्त बचा हुआ है, इसका क्या मतलब है? इसका मतलब है कि करंट सिचुएशन और जिस दिशा में दुनिया आगे बढ़ रही है, वह इसे तबाही के बहुत करीब ले आई है, अब किन चीजों की वजह से दुनिया तबाही के नजदीक आ गई, क्या है ये करंट सिचुएशन? इसे भी समझाते हैं, दुनिया में चल रहे बड़े युद्ध जैसे रूस, यूक्रेन, इजराइल, हमास, क्लाइमेट चेंज, क्लाइमेट चेंज की वजह से दुनिया के अलग-अलग हिस्से प्रभावित हो रहे हैं, इस बात की गंभीरता को समझने के लिए आपको हाल ही में आई एक रिपोर्ट का उदाहरण देते हैं यूएन की एक संस्था है
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आईपीसीसी इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज उसने क्लाइमेट चेंज पर एक रिपोर्ट निकाली है इस रिपोर्ट के अनुसार पिछले 50 सालों में इतना कार्बन इमिशन हुआ है कि पहले के मुकाबले धरती का तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है इसकी वजह से ग्लेशियर्स पिघल रहे हैं कई इलाकों में लगातार बाड़ जैसी स्थिति बन रही है जैसा अभी चेन्नई में हो रहा है दूसरी बात यह सामने आई कि साल 2100 तक तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है, अगर यह हो गया तो दुनिया के सारे ग्लेशियर्स पिघल जाएंगे, दुनिया की 50% आबादी को पानी नसीब नहीं होगा, 14% लोगों को भयानक लू का सामना करना पड़ेगा, सारे द्वीप डूब जाएंगे और जानवरों और पेड़-पौधों की कई प्रजातियां नष्ट हो जाएंगी , कई बड़े देश अपने देश का आधा पैसा तो सिर्फ परमाणु बेम के मॉर्डनाइजेशन पर खर्च कर रहे है। और कई छोटे देश भी परमाणु बम बनाने की होड़ में जुटे हुए है। आपको क्या लगता है इसका परिणाम क्या होगा। इन सब हालातो को नोटिस करते हुए डूम्सडे क्लॉक ने ऐसा समय बताया है। धन्यवाद !
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